Tuesday, 17 July 2012

शिक्षा

पर्यावरण जिसमे हम निवास करते है इस पर्यावरण में देखे तो बहुत से जीव ,वस्तुए पाई जाती है इन सब की जानकारी देना ही पर्यावरण कहलाता है .और जब बात बच्चो की आती है की बच्चो को पर्यावरण पढ़या जाता है तो बड़ा ही नीरस होता है, पर्यावरण में पेड़ पौधो की जानकारी देना होता है तो कक्षा के अंदर ही सारा ghayaan    दिया जाता है कक्षा से बहार निकलना ही नही चाहते,तो बात यह है की सब ghayaan देना चाहते है पर महेनत नही करना चाहते चाहे  बच्चो को समझ आये या नही उनको कोई मतलब नही.
अगर बच्चो की पढाई को मजेदार बनाना है और ऐसा ghayaan    जो बच्चो के जीवन से जुड़ा हो. आज  पर्यावरण से जुडी एक गतिविधि की गई इस  गतिविधि में पेड़ का अवलोकन करना था इस अवलोकन में 31 प्रश्न दिए गए जब इन प्रश्नों को हल किया तो सभी ने पाया की इस  गतिविधि में गणित, पर्यावरण ,भाषा, आदि कार्य अपने आप किया गया. मतलब यह है की बच्चो को पढ़ना है तो कक्षा से बहार भी पढाया जा सकता है और वो भी मजेदारी के साथ जिसमे बच्चे अर्थपुण शिक्षा मिल सके. 

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